आगामी संस्करणों के लिए योगानन्दजी की अभिलाषाएँ सारा जीवन में हम दूसरों से जान पहचान बढ़ाने में व्यस्त रहते हैं. खुद को पहचानने के बजाय उन्हें अच्छी तरह से पहचानने – समझने की कोशिश करते रहते हैं. आखिर में आपसे यही कहना चाहेंगे की बुरे कर्मो से बचें, अपना दिल साफ़ https://bulld086wzc9.blue-blogs.com/profile